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दहेज की एक और शिकार: विवाहिता को जहर देकर मारने का आरोप, खार पुलिस ने छह को किया गिरफ्तार

राज्य महाराष्ट्र

Posted by admin on 2025-10-30 17:24:30

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दहेज की एक और शिकार: विवाहिता को जहर देकर मारने का आरोप, खार पुलिस ने छह को किया गिरफ्तार

मुंबई: शहर के खार पुलिस स्टेशन की सीमा में दहेज की एक और दर्दनाक घटना सामने आई है। एक 24 वर्षीय विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिसके बाद उसके पिता ने ससुराल वालों पर ज़हर देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने इस मामले में मृतका के पति सहित छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतका की पहचान नेहा गुप्ता के रूप में हुई है। वह उत्तर प्रदेश की रहने वाली थी और मुंबई के उपनगर खार में अपने पति के साथ रहती थी। नेहा की शादी नवंबर 2024 में हुई थी, लेकिन शादी के कुछ ही महीनों बाद उसका जीवन एक न खत्म होने वाले उत्पीड़न में बदल गया। दहेज की मांग और घरेलू हिंसा के आरोपों ने आखिरकार एक और निर्दोष महिला की जान ले ली।


शादी में दिया 9 लाख रुपये का दहेज, फिर भी बढ़ती रही मांग

पुलिस जांच के मुताबिक, नेहा गुप्ता की शादी 16 नवंबर 2024 को मुंबई के रहने वाले 27 वर्षीय युवक से हुई थी। वह एक निजी बैंक में कार्यरत थी। शादी के समय उसके पिता ने दहेज के रूप में 9 लाख रुपये नकद, सोने के गहने और घरेलू सामान दिया था। लेकिन शादी के कुछ ही हफ्तों बाद ससुराल वालों की मांग बढ़ती गई। पहले घर के खर्च और वाहन की बात हुई, फिर पति और ससुराल वालों ने विदेश से महंगा दोपहिया वाहन लाने का दबाव बनाया। जब नेहा ने इनकार किया, तो उसके साथ दुर्व्यवहार शुरू हो गया। परिवारवालों के अनुसार, नेहा को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। उसे अक्सर देर रात तक कमरे में बंद रखा जाता था, फोन छीन लिया जाता और खाने-पीने पर रोक लगाई जाती।


गर्भवती होने पर भी नहीं रुका उत्पीड़न, करवाया गर्भपात

जांच में यह भी सामने आया है कि जब नेहा गर्भवती हुई, तो उसके ससुराल वालों ने उसे गर्भपात कराने के लिए मजबूर किया। उन्होंने कहा कि “बच्चा अभी नहीं चाहिए, पहले दहेज पूरा करो।” नेहा ने अपने परिवार को फोन कर यह बात बताई, लेकिन जब तक उसका पिता मुंबई पहुंचता, उसे अस्पताल से घर भेज दिया गया था। इसके बाद पति ने नेहा पर तलाक का दबाव डालना शुरू किया। लगातार अत्याचार से परेशान होकर नेहा की मां ने 18 मार्च 2025 को खार पुलिस स्टेशन और राज्य महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में ससुराल वालों पर मानसिक उत्पीड़न, धमकी और दहेज की मांग के गंभीर आरोप लगाए गए थे।


जाति पंचायत में हुआ समझौता, पर नहीं रुका अत्याचार

मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय जाति पंचायत ने हस्तक्षेप किया। पंचायत की बैठक में नेहा के ससुरालवालों ने लिखित में आश्वासन दिया कि वे अब उसे परेशान नहीं करेंगे और उसके साथ अच्छा व्यवहार करेंगे। लेकिन कुछ हफ्तों बाद ही स्थिति पहले से और खराब हो गई। अप्रैल 2025 में नेहा अपने मायके लौट आई और माता-पिता को बताया कि उसके पति और ससुराल वाले उसे मारने की धमकी दे रहे हैं। परिवार ने नेहा को कुछ समय तक अपने पास रखा, लेकिन सितंबर में उसने उम्मीद के साथ फिर से ससुराल लौटने का फैसला किया।


अचानक बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में मिली मौत की खबर

घटना के दिन, 16 अक्टूबर को नेहा के ससुराल वालों ने उसके परिवार को फोन कर बताया कि उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई है और उसे विले पार्ले स्थित कूपर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जब नेहा के माता-पिता अस्पताल पहुंचे, तब तक वह दम तोड़ चुकी थी। डॉक्टरों ने प्राथमिक रिपोर्ट में ज़हर की संभावना जताई। शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया और रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है। फिलहाल फॉरेंसिक जांच जारी है।


पिता का आरोप: ‘मेरी बेटी को ज़हर देकर मारा गया’

नेहा के पिता, रमेश गुप्ता ने पुलिस में दर्ज अपनी शिकायत में कहा,“मेरी बेटी की शादी को एक साल भी पूरा नहीं हुआ था। ससुराल वालों की लालच की कोई सीमा नहीं थी। वे लगातार पैसे और गाड़ी की मांग करते रहे। जब हमने मना किया, तो उन्होंने मेरी बेटी को ज़हर देकर मार डाला।” उन्होंने आरोप लगाया कि नेहा के पति, सास, ससुर, देवर और दो अन्य रिश्तेदारों ने मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची।


छह आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने दहेज हत्या का मामला दर्ज किया

खार पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है — नेहा का पति, सास-ससुर, देवर और दो अन्य पारिवारिक सदस्य। पुलिस ने इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 304B (दहेज हत्या), 498A (पति या ससुराल वालों द्वारा क्रूरता), 328 (जहर देना), 506 (धमकी देना) और 120B (अपराध की साजिश) के तहत मामला दर्ज किया है।


खार पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ने बताया, “प्रारंभिक जांच में यह मामला दहेज उत्पीड़न और हत्या का प्रतीत होता है। हमने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक साक्ष्यों की प्रतीक्षा की है। आरोपियों से पूछताछ जारी है।”


सामाजिक संगठनों ने जताई नाराजगी, कड़ा कानून लागू करने की मांग

इस घटना के बाद महिला अधिकार संगठनों ने राज्य सरकार से दहेज अपराधों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। महाराष्ट्र महिला सुरक्षा मंच की अध्यक्ष सीमा चौहान ने कहा, “हर महीने ऐसी कई नेहाएं मरती हैं। समाज में अब भी दहेज की प्रथा जिंदा है, जो हर वर्ग में फैल चुकी है। अब वक्त है कि कानून के साथ-साथ समाज भी अपनी सोच बदले।” उन्होंने कहा कि शिकायत दर्ज कराने के बाद भी अगर कार्रवाई समय पर नहीं होती, तो ऐसी घटनाएं दोहराई जाती रहेंगी।


दहेज प्रथा पर सवाल, इंसाफ की उम्मीद में गुप्ता परिवार

नेहा का परिवार अब सिर्फ इंसाफ चाहता है। उसके पिता ने कहा, 

“मेरी बेटी ने कई बार पुलिस से मदद मांगी, लेकिन उसे समय पर सुरक्षा नहीं मिली। अगर किसी ने उसकी बात सुनी होती, तो आज वह जिंदा होती।”

गुप्ता परिवार ने मांग की है कि सभी आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और दहेज उत्पीड़न के मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में निपटाया जाए।


हर नेहा के लिए चेतावनी

नेहा गुप्ता की मौत केवल एक परिवार का दर्द नहीं, बल्कि समाज के उस ज़हरीले सच का आईना है जिसमें अब भी दहेज की भूख महिलाओं की जान ले रही है। हर बार की तरह इस बार भी सवाल वही है — आखिर कब रुकेगा यह सिलसिला?

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